मोहब्बत करनेवालों के लिए ग़ज़लों की सौगात लेकर आ गयी हैं गायिका मधुश्री ! ‘पैगाम -ए-मोहब्बत’ से ग़ज़ल की दीवानगी को दुनिया तक ले जाना हैं चाहती !
कहते हैं कि इश्क़ की भाषा को ,उसके अहसास को और इश्क़ की इल्तिजा को कहने के लिए ग़ज़ल से बेहतर और कोई तराना नही। जहा गालिब के दिल की बात , तीर बनकर कत्लेआम कर ही देती हैं । जी हां, ग़ज़लों की रंग बिरंगी खूबसूरत शाम लेकर आई गायिका मधुश्री , जिसका नाम हैं ‘पैगाम – ए -मोहब्बत’ . 8 अक्टूबर को मुंबई में ग़ज़लों की इस बेहद यादगार कॉन्सर्ट के जरिये...
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