कवयित्री शशि की नई कविता – कंप्यूटर
कवयित्री : शशि
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” कंप्यूटर ”
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एक दिन हमारे परम मित्र बोले
कंप्यूटर का बटन दबाओ
जो चाहो सो पाओ
आव देखा न ताव
कंप्यूटर का बटन दबाया
हम बोले महात्मा गांधी के बारे में कुछ बताओ,
कंप्यूटर बोला,
वे बड़े ही खूंखार थे,
उनके पास चीनी हथियार थे,
नाश्ते में सिर्फ़ अंडे खाते थे,
आधा मुर्गा कच्चा चबाते थे,
हमने कहा शर्म नहीं आती,
राष्ट्रपिता के नाम पर कलंक लगाते हुए,
कंप्यूटर बोला प्यारे,
तुम्हें शर्म नहीं आती,
महात्मा गांधी की जगह
चंगेज खां का बटन दबाते।
सौजन्य से :
अरुण शक्ति
मैनेजिंग डायरेक्टर
एमको म्यूजिक प्राइवेट लिमिटेड
कवयित्री शशि की नई कविता – कंप्यूटर
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